सूर्य चन्दर मंगल
बुध गुरु शुकर
शनि राहु ओर केतु
सभी ग्रहों की शांति ओर दोष निर्वतीके लिए
सरसों जों कंगनी छुई मुई कूट खिल्ला कंगनी लाजवंती
देवदारु हल्दी लोध ओर सर्वोषधि के चूरन को गंगा जल में
मिला कर करें स्नान ओर पाएं देह अरोगता के साथ सुख समृधि
वास्तु आचार्य
० ९० १३ २० ३० ४०
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